आध्यात्मिक ज्ञान क्या है और कैसे प्राप्त कर सकते है (What is spiritual knowledge and how to get it)
आज के इस आर्टिकल मे हम आध्यात्मिक ज्ञान क्या है और कैसे प्राप्त कर सकते है इसके बारे मे जनेगे
आध्यात्मिक ज्ञान यह एक एसा ज्ञान है जो कई बाहर से हमको नहीं मिलता , ये कोई आधुनिक अभ्यास से या किसी आध्यात्मिक गुरु से नहीं भी नहीं मिल सकता ये कोई चमत्कारिक सकती नहीं है जो चमत्कार करने से मिलेगी इस आध्यात्मिक ज्ञान के पीछे कोसो दूर का सफर करके किसी आध्यात्मिक गुरु या किसी विद्वान के पास जाते है हम सोचते है की हमे कोई आध्यात्मिक ज्ञान दे तो हम सत्य को प्राप्त कर लेगे अभी तक हम इसी भरम मे जी रहे है इस आध्यात्मिक ज्ञान को पाना इतना सलर नहीं है जो हम सोचते है
आध्यात्मिक ज्ञान को पाने के लिए हम को बाहरी दुनिया से मिला हुआ जितना भी ज्ञान है उसे छोड़ न पड़ेगा चाहे वो किसी भी परंपरा से जुड़ा हो या किसी धार्मिक ग्रंथ मे लिखा हो नहीं तो हमे इस आध्यात्मिक सफर पर चलने मे बड़ी मुश्किल आएगी क्यूकी इस आध्यात्मिक ज्ञान को समज नहीं सकेगे सत्य को पाना तो बड़ी दूर की बात है
हमे आज तक जो भी ज्ञान परिवार और बाहरी दुनिया से दिया गया है वो ज्ञान नही सदियो से चली आ रही परंपरा है जो धार्मिक ग्रंथ मे लिखा है या किसी किताबों से दिया गया हो एक पेढ़ि ने दुशरी पेढ़ी को दिया और इसी तरह सदियो से एक दूसरे को दिया जा रहा है वो ज्ञान नहीं सिर्फ माहिती है जिसे हम ज्ञान नहीं कह सकते आध्यात्मिक ज्ञान को हम तब तक नहीं प्राप्त कर सकते के जब तक हमारे भीतर जो भी बाहरी और दूसरों से मिला हुआ ज्ञान के भरोसे आध्यात्मिक ज्ञान को ढूंढते रहेगे । जो भी ज्ञान दिया गया है वो सिर्फ माहिती है इसीलिए आप बाहरी दुनिया मे जितना ज्ञान की तलाश करोगे उतने ही आध्यात्मिक ज्ञान से दूर होते जाओगे
हमारे भीतर जो आध्यात्मिक ज्ञान की शक्ति है उसे ना ही किसी से समजा जा सकता है नाहीं किसी को समजाया जा सकता है इस आध्यात्मिक ज्ञान को सिर्फ अनुभव से ही जाना जा सकता है
एक छोटे बच्चे को कहा जाय की आग से दूर रहना चाइए इससे तुम जल सकते हो लेकिन उस मासूम बच्चे को नहीं मालूम की आग के पास जाने से वो जल सकता है लेकिन आग के पास नहीं जायगा तो उससे वंचित रहेगा उसे स्वयं अनुभव करना पड़ेगा अगर हम को भी इस आध्यात्मिक ज्ञान को पाना है तो उसे स्वयम ही अनुभव करना होगा
आध्यात्मिक ज्ञान को पाने के लिए आग पास जाना होगा,उस आग मे जालना होगा,स्वयम अनुभव करना होगा उस मासूम बच्चे की तरह अगर हम भी दूसरों के ज्ञान की वजह से दूर रहेगे तो इस सत्य को प्राप्त नहीं कर सकते
आध्यात्मिक ज्ञान को पाने के लिए दो रास्ते है
पहला रास्ता हे जो सदियो से परंपरा और किताबों के जरिये, यह थियरी किताबी ज्ञान है, जिससे आप बाहरी ज्ञान तो पा लोगे लेकिन अनुभव नहीं कर सकते
और दूसरा रास्ता हे अपने भीतर जाना होगा ,अपने स्वयम को ढूँढना होगा ,समजना होगा, मे कौन हूँ ,कहा से आया हूँ और क्यू आया हूँ ,
अपने शरीर के बारे मे ,अपने बारे मे जितना गहराई मे जाओगेअपने भीतर की चेतना,आत्मा ,परमात्मा को अनुभव कर सकोगे और आध्यात्मिक ज्ञान के सत्य को समजोगे
वो ज्ञान जो ना किसी से लीया है नाही किसिने दिया है जो स्वयम के अनुभवो से मिला है
यही सत्य और परआनंद का ज्ञान आध्यात्मिक ज्ञान है
by Let's Be Positive
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